मृत पति को सौ-सौ बार वंदन करके अपर्णा ने उसके लिए अक्षय स्वर्ग की कामना की। मृत पति को सौ-सौ बार वंदन करके अपर्णा ने उसके लिए अक्षय स्वर्ग की कामना की।
गदाधर रसोइया मुझ से तीन-चार वर्ष बड़ा था। ऐसा भला आदमी मैंने पहले कभी नहीं देखा। मुहल्ले के किसी भी ... गदाधर रसोइया मुझ से तीन-चार वर्ष बड़ा था। ऐसा भला आदमी मैंने पहले कभी नहीं देखा।...
कुमारी की देश-सेवा से नारीत्व के कर्त्तव्य का सारा परियोजन पूरा नहीं किया जा सकता। कुमारी की देश-सेवा से नारीत्व के कर्त्तव्य का सारा परियोजन पूरा नहीं किया जा सकत...